इस अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि समय-समय पर देश को बचाने के लिए हमेशा नौजवानों ने अपनी कुर्बानी दी है और इन्ही नौजवानों के सर्वस्व समर्पण से युग परिवर्तन सम्भव हो सका, अतः युवा वर्ग द्वारा समाज को परिवर्तन की राह पर ले चलने वालों में पुनः अपनी अग्रणी भूमिका का निर्वहन करना होगा। इस अवसर पर उपस्थित कायस्थों को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय चित्रांश महासभा के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ० शक्ति श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश की 81 विधानसभा, 12 लोकसभा व 9 विधान परिषद की सीटों पर कायस्थों का वर्चस्व है, अतः आज आवश्यकता है कि बुद्धिजीवियों के सिरमौर कहे जाने वाले इस समाज को एक सूत्र में पिरोकर अपनी संगठन शक्ति को इस कदर मजबूत किया जाए कि किसी में भी हमारी उपेक्षा का साहस न हो सके।
इस अवसर पर सन् 1902 में स्थापित 119 वर्ष प्राचीन श्री चित्रगुप्त मंदिर की प्रबन्धकारिणी समिति "श्री चित्रगुप्त सभा" के नये अध्यक्ष के रूप में रजत श्रीवास्तव का चयन किया गया।
गोष्ठी में कायस्थ समाज द्वारा विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य मनोज श्रीवास्तव, मण्डी समिति पुलिस चौकी के प्रभारी अजय श्रीवास्तव, डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के सचिव एड0 पंकज श्रीवास्तव, बार के सदस्य एड0 सुशील श्रीवास्तव, चन्दौली के ख्यातिलब्ध चिकित्सक डॉ० शरद चन्द्र श्रीवास्तव व वाराणसी के समाज सेवा राजकुमार श्रीवास्तव को उनके विशिष्ट योगदान हेतु स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
गोष्ठी में आये हुए अतिथि व अन्य आगन्तुकजनों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन दिलीप श्रीवास्तव (एडवोकेट) द्वारा सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य रूप से एड0 आनन्द स्वरूप श्रीवास्तव, एडo दिलीप श्रीवास्तव, दुर्गा जी श्रीवास्तव, अ०भा०चि0 महासभा के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ० शक्ति श्रीवास्तव, डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अनिल वर्मा, चित्रांश महासभा युवा सम्भाग के अध्यक्ष शिवम श्रीवास्तव, सुधांशु अस्थाना, कमलेश स्वरूप श्रीवास्तव, ओम प्रकाश श्रीवास्तव, दिलीप श्रीवास्तव, अमर नाथ श्रीवास्तव, ए0के0 खरे. प्रभात श्रीवास्तव, सुशील श्रीवास्तव, विशाल श्रीवास्तव, विपुल श्रीवास्तव, सुलभ श्रीवास्तव , आनन्द श्रीवास्तव, दिव्यांश श्रीवास्तव, हरिशंकर, आलोक वर्मा, सुशील, आयुष्मान, निखिल, ओम प्रकाश, ऋषि अभिषेक इत्यादि कायस्थ प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।