‘‘हमारी व्यापार उत्कृष्टता यात्रा, राज्य सरकार द्वारा हमें दिए निरंतर सहायता और मार्गदर्शन के कारण सफल रही है। हमारे लिए यह बड़ा सौभाग्य और सम्मान का विषय है की हम मध्य प्रदेश में औद्योगीकरण यात्रा में अग्रणी बनने वालों में से एक है। यह नई परियोजना आगे जाकर हमारे साझेदारी को मजबूत करेगी और राज्य के विकास को बढ़ावा देगी, ‘‘ऐसा नीरज अखौरी- सीईओ भारत, लाफार्जहॉलसीम और प्रबंध निदेशक और सीईओ, अंबुजा सीमेंट लिमिटेड ने कहा।
‘‘राज्य के विकास में एसीसी ने हमेशा से ही मुख्य स्रोत की भूमिका निभाई है और विकास के लिए राज्य से साझेदारी भी की है। हमारी ग्रीनफील्ड परियोजना अमेठा में राज्य सरकार के विकास उदेश्यो का समर्थन करेगी ‘‘श्रीधर बालकृष्णन- प्रबंध निदेशक और सीईओ, एसीसी लिमिटेड ने कहा।
अत्याधुनिक तकनीक से लैस, इको-फ्रेंडली फ्लैगशिप परियोजना में एक ऊर्जा कुशल रोटरी भट्ठा प्रणाली होगी जिसमें प्री-कैल्किनर (क्षमता 9500 टन प्रति दिन) और 15 मेगावाट क्षमता का अपशिष्ट हीट रिकवरी सिस्टम होगा। परियोजना में प्राकृतिक ऊर्जा का सृजन, जीवाश्म ईंधन के माध्यम से उत्पन्न ग्रिड पावर के इस्तेमाल को कम करेगा, जो प्रति वर्ष CO2 उत्सर्जन को १.४ एलटी द्वारा महत्वपूर्ण कमी लाएगा और समाप्त हो जानेवाला जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को भी कम करेगा। इस परियोजना से लगभग 5000 प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार की संभावनाएं हैं।
मध्य प्रदेश, कैमोर के कटनी जिले में साल १९२३ से एसीसी का संचालन शुरू हुआ था और वर्तमान में, इस की ३.६ एमटीपीए क्लिंकरिंग और २.७२ एमटीपीए सीमेंट ग्राइंडिंग की क्षमता है। कुछ वर्षों में, एसीसी कीमोर महत्वपूर्ण उपाय कर रही है ताकि स्थानीय समुदाय को सामाजिक विकास में मदद मिल सके और इस से १६ गाँव में ४५,००० से अधिक लोगो को इसके संचालन से लाभ हो सके।