मनमोहन तिवारी (पप्पू) को हाल ही में एक बेटी हुई है, उन्होंने कहा, ‘‘इस नेशनल गर्ल चाइल्ड डे पर मैं अपनी बेटी को ‘ना’ कहने का महत्व समझाने का वादा करता हूँ। उसका यह जानना जरूरी है कि अगर वह किसी असुविधाजनक स्थिति में हो, तो उसे परिणाम की चिंता किये बिना ‘ना’ कहने का अधिकार है। मैं यह संकल्प भी लेता हूँ कि जब मेरी बेटी बड़ी होगी और खुद के लिये कोई फैसला करेगी, तो मैं उसे सहयोग दूंगा और उसे जब भी मेरी जरूरत होगी, उसके लिये मौजूद रहूंगा।’’
शुभांगी अत्रे (अंगूरी भाबी) को एक टीनेज बेटी की माँ होने का गर्व है, उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हमेशा अपनी बेटी को सिखाया है कि वह तेजतर्रार बने और खुद पर भरोसा करे। आजकल हम सुन रहे हैं कि कई लोग कॅरियर या निजी जीवन के लिये लड़कियों द्वारा लिये गये फैसलों पर उंगली उठा रहे हैं। मैं अपनी बेटी से कहना चाहूंगी कि उसकी सीमा आकाश है और अगर उसे अपने लक्ष्य को पाने का भरोसा है, तो उसे सफलता जरूर मिलेगी। इस नेशनल गर्ल चाइल्ड डे पर मैं चाहती हूँ कि सभी लड़कियाँ समझें कि उन्हें अपने बारे में लोगों की सोच से प्रभावित नहीं होना है, क्योंकि उनके सामने एक बहुत बड़ी जिंदगी है।’’