- डम्पर के पिछले टायर के नीचे आकर स्कूटर चालक की दर्दनाक मौत
- राज्य का परिवहन विभाग, मुक दर्शक बनकर सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ती मौतों का तमाशा देखने को लाचार
रिपोर्ट : यशपाल शर्मा
इसके अलावा लिंक रोड पर मिनटों की 7 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगते है एक-एक घंटे ।सूत्रों के अनुसार इसकी मुख्य वजह है 7 किलोमीटर लंबे लिंक रोड में मुंबई ट्रैफिक प्रशासन व मनपा को सड़क किनारे खड़ी की गई बेलगाम गाड़ियां, अतिक्रमण, अवैध पार्किंगों से महीने की लाखों रुपए का हफ्ता जाता है। कहा जाता है की स्थानीय गाड़ियों से ज्यादा आपको मानखुर्द टी सिग्नल से लेकर म्याक्का मंदिर मंडाला स्क्रैप ,वह शंकरा कॉलोनी के नाले से छेड़ा नगर तक नई मुंबइ जैसी जगहों की बाहर की गाड़ियां पार्क की जाती है ।बकाया कसर सड़क पर गैरिज वालो और भंगर वालो का खुले आम सर्विस रोड से लगाकर बीच सड़क तक खुले आम कब्जा कर के रखते है। जिसको लेकर गैरिज ,भंगार वाले दुकानदार छाती ठोंके के कहते है ट्रैफिक पुलिस और बीएमसी को हफ्ता किस लिए देते है ।यह समस्या सिर्फ लिंक रोड की नही है बल्की गोवंडी शिवाजीनगर ,बगैनवाड़ी के भीतरी भागों में चलने वक़्ली अवैध पार्किंगों का धंधा मुंबइ के ट्रैफिक विभाग के भ्रस्ट अधिकारियों के कारण फल फूल राह है । जिसे मुंबइ का ट्रैफिक प्रशासन संरक्षण देने के चलते ट्रैफिक की समस्या सुलझाने की बाजये उलझ गई है । क्षेत्र के ईशान्य मुंबइ के भाजपा संसाद मनोज कोटक व शिवाजीनगर मानखुर्द विधानसभा क्षेत्र के अबु आसीम आज़मी दोनों घंटो जाम रहने वाले लिंक रोड के भुगतभोगी है पर लाचारी के कारण मूक दर्शक की भांति बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं में राहगीरों वाहन चालकों की मौत का तमाशा देखने को मजबूर है ।