रिपोर्ट : कमलेश कुमार मौर्या
बता दे कि यहां के लोगों का जिविकोपार्जन के लिए मुख्य रूप से कृषि पर आश्रित हैं, परंतु कृषि कार्य के लिए सिंचाई व्यवस्था शून्य है। लगभग पचासों हजार एकड़ जमीन सिंचित है, जिससे पैदावार ज्यादातर शुन्य होती है। जिसके चलते पशु और आदमी भुखमरी के कगार पर पहुंचते रहते हैं। स्थानीय लोग बताते है कि हम लोग के निवास व कृषि क्षेत्र के तीन तरफ जलाशय भंडार हैं, परंतु हम लोग सिंचाई से वंचित हैं। अपर खजुरी बाध से नहर की खुदाई हो चुका है, इसके बावजूद 70 वर्षों से आज तक सिंचाई व्यवस्था शून्य है। विगत 70 वर्षों का समय व्यतीत हो चुका है अब तक बहुत से सांसद और विधायक हो चुके हैं लेकिन अब तक किसी सांसद और विधायक ने यहा के किसानों के लिए पानी व्यवस्था नहीं किया। उनका इस कार्य के प्रति ध्यान आकर्षित ही नहीं हुआ जो कि नीचे जलाशय को भौगोलिक स्थिति बताया जा रहा है। यहां के किसानों की स्थिति देखकर राजेंद्र प्रसाद मौर्य मंडल अध्यक्ष मिर्जापुर के निर्देशन में जितेंद्र कुमार मौर्य पूर्व प्रधान बेलहरा, महेंद्र मौर्य धनावल, सुखराम सिंह कुशवाहा, अरविन्द मौर्य धनावल, शंकरलाल प्रधान ग्राम पंचायत धनावल, मीना देवी प्रधान ग्राम पंचायत बेलहरा, सच्चे लाल यादव धनावल, विश्राम मौर्य धनावल, महाराजा मौर्या बेलहरा आदि ने प्रशासन से सिचाई के लिए पानी की मांग की है।